Rewa MP: अल्ट्राटेक बेला प्लांट की हेकड़ी के खिलाफ जनपद अध्यक्ष उपाध्यक्ष सरपंचों ने फिर भरी हुंकार

Rewa MP: अल्ट्राटेक बेला प्लांट की हेकड़ी के खिलाफ जनपद अध्यक्ष उपाध्यक्ष सरपंचों ने फिर भरी हुंकार कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।
जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।
रीवा जिले के अल्ट्राटेक सीमेंट बेला प्लांट का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है लोगों का आरोप है कि कंपनी की मनमानी और रसूख के आगे शासन प्रशासन के सभी नियम दरकिनार कर दिए जाते हैं कंपनी के आसपास कई गांव जानलेवा प्रदूषण से पीड़ित हैं इसके साथ ही अन्य विभिन्न प्रकार की समस्याएं कंपनी की मनमानी के चलते जनता को भोगनी पड़ रही है कंपनी द्वारा नियमानुसार जनता को दी जाने वाली सुविधाएं भी मुहैया नहीं कराई गई है इसके पहले भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने अल्ट्राटेक कंपनी के खिलाफ आवाज उठाई है लेकिन शासन प्रशासन पर इसका कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है अब एक बार फिर रीवा जनपद पंचायत की अध्यक्ष संगीता राजेश यादव जनपद उपाध्यक्ष सुनीता विजेंद्र द्विवेदी भोलगढ सरपंच लक्ष्मीकांत चतुर्वेदी मध्येपुर सरपंच प्रेमवती कोल बैजनाथ सरपंच संतोष मिश्रा बेला सरपंच बेला मानवेंद्र सिंह ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर जनता के हितों की रक्षा के लिए गुहार लगाई है।
जन प्रतिनिधियों और क्षेत्रीय लोगों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि अल्ट्राटेक कंपनी के प्रदूषण क्षेत्रीय रोजगार माइंस का पानी करियारी नदी में फेंकना के कारण आसपास के गांव में पानी की अभी से समस्या पैदा हो जाना के बारे में अवगत कराया जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर मैडम से जो जनसुनवाई एक महीने पहले हुई थी उसके विषय मैं प्रदूषण विभाग द्वारा बगैर प्रदूषण के नाप किए हुए अल्ट्राटेक के प्रदूषण को जीरो दिखाई है उसकी पुन जांच कराई जाय अभी कुछ दिन पहले ही यह सभी जनप्रतिनिधियों ने एसडीएम मैडम को ज्ञापन सौपा था अब कलेक्टर मैडम को ज्ञापन सौप कर उन्होंने अल्ट्राटेक द्वारा प्रदूषण क्षेत्रीय रोजगार पानी की समस्या अल्ट्राटेक के माइंस के ब्लास्टिंग से आसपास के गांव के घरों में दरार आना गौशाला में जानवरों को ना रखने की व्यवस्था से निराकरण के लिए अवगत कराया है इस समस्या का निराकरण जल्द से जल्द न होने पर क्षेत्रीय लोगों को साथ लेकर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
जन प्रतिनिधियों का कहना है कि जन लोक सुनवाई 1812.2024 को अल्ट्राटेक सीमेंट,बेला सीमेंट की तरफ से आयोजित की गई थी, उसके लिए जो पर्यावरण पैरामीटर मॉनिटर करके प्रस्तुत किए गए हैं ई. आई.ए. की रिपोर्ट के चैप्टर-3 में टेबल नंबर 3.14 से 3.23 तक सभी तथ्यों की गलत जानकारी प्रस्तुत की गई, इस तरह बहुत सारी जानकारी गलत दी गई है जो की सी.पी. सी. बी. ( सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) के नॉर्म्स के अनुसार बिना धरातल पर चेक कर की बनाई गई है इसकी सही जानकारी की जांच की जावे तथा पब्लिक में बताई जावे तथा रिपोर्ट में जो प्रमाण. लोकेशन वॉइस (सभी गांव की लिस्ट अटैच है ) दिए गए हैं वह बिल्कुल झूठे हैं।
लोगों का आरोप है कि साइट पर ना तो किसी गांव वाले ने किसी को देखा है और ना ही इन्होंने मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रीवा के पदाधिकारी दो जानकारी दी गई और न बताया है ना किसी गांव के सरपंच को न ही किसी को भी कोई सूचना दी गई है यह सब परिणाम वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण तथा भूमि हालात को बिना आकलन किया दर्शाया गया है जो बिल्कुल गलत है तथा साथ में 2022 के डाटा उपलब्ध किए हैं जबकि आज की स्थिति अलग बयान करती है जमीन स्तर पर कुछ भी कार्य नहीं हुआ है और यह पूरा डाटा दिल्ली, जयपुर और हैदराबाद में बैठकर बनाया गया है अतः श्रीमान से निवेदन है कि उक्त जन लोक सुनवाई को कैंसिल की जाए और उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए सभी डाटा को सत्यता की जांच करने के लिए जां कनेटी बनाई जाए जाए और उसके रिजल्ट के तदोपरांत इनको जनसुनवाई करने की अनुमति प्रदान की जाय। और मौके स्थल पर जाँच की जाय एवं ग्रामीणजनों व जनप्रतिनिधियों को सूचित किया जाय।